इन्दौर पुलिस द्वारा कैम्प काॅप योजना के माध्यम से शहर के नागरिकों के सीसीटीवी कैमरों को जोड़कर, लगाएगी अपराधों पर रोकथाम*
मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में लगातार बढ़ते अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए इंदौर पुलिस ने एक नई शुरुआत की है इसके तहत पुलिस ने आम लोगों से घर दुकान और उनके निजी संस्थानों पर कैमरे लगाने की मांग की है दरअसल सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से अपराधियों को पकड़ना और उनके मंसूबों को नाकाम याद करने में पुलिस को फांसी जानकारी हासिल होती है जिसके चलते इंदौर पुलिस ने ‘‘कैम्प-काॅप’’ नामक एक ऑनलाईन फार्म बनाया गया है।
इन्दौर पुलिस के इस महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट की शुरूआत पुलिस कंट्रोल रूम इन्दौर में की गयी।

उक्त प्रोजेक्ट के बारें में अति. पुलिस अधीक्षक पश्चिम ज़ोन-2 प्रशांत चैबे ने बताया कि, कैम्प काॅप के माध्यम से शहर में सारे शासकीय सीसीटीवी कैमरों के साथ निजी घर, दुकान व संस्थान में बाहर रोड़ साईड लगे नागरिकों के कैमरों को उनकी सहमति लेकर जोड़ने की योजना है। इसके लिये उक्त कैमरों वालों से एक लिंक फार्म को भरवाया जावेगा, जिसमें कुछ आवश्यक जानकारी आदि ली जावेगी, इसके प्रथम चरण में सभी का डाॅटा इकट्ठा किया जावेगा तथा द्वितिय चरण में सभी की मैपिंग की जावेगी। इस योजना के तृतीय चरण में शहर की सभी रोड़, रिंग रोड़, काॅलोनी की मुख्य व साईड की सड़कें आदि सभी रोड़ों व गलियों के सीसीटीवी कैमरों का एक नाका प्लान तैयार किया जाएगा।
इंदौर के हर क्षेत्र में सक्रिय हो कैमरे
इस योजना का मुख्य उद्देश्य है कि शहर का कोई भी क्षेत्र कैमरा विहिन न हो। जिससे भविष्य में इन सभी का एक केन्द्रीय डेटाबेस तैयार किया जा सके। भविष्य में उक्त सभी सीसीटीवी कैमरों की जानकारी के आधार पर इन सभी को पुलिस के कंट्रोल में जोड़ने की योजना है, जिससे शहर में होने वाले किसी भी अपराधिक घटना पर पुलिस नागरिकों की मदद लेकर त्वरित कार्यवाही कर सकेगी।
पुलिस की आम लोगों से अपील
इन्दौर पुलिस द्वारा आमजन से अनुरोध करती है कि, शहर हित में ‘‘एक कैमरा मेरा भी शहर की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी एक कैमरा रोड़ साईड भी लगाये । इंदौर पुलिस का मकसद इन्दौर को स्वच्छता में नबंर वन के साथ सुरक्षा में भी नबंर वन बनाना है। जिसके चलते अब आम लोगों से मदद की अपील की जा रही है।