रक्षाबंधन पर्व पर श्रवणकुमार का पूजन करने के लिए श्रेष्ठ मुहूर्त-
अपराह्न मुहूर्त –
दोप. 12.29 मि. से 12.53 मि. तक (अभिजीत+चर चौघड़िया)
इस वर्ष सम्पूर्ण दिवस पर्यंत भद्रा नहीं होने से व दोप. 02.23 मि. तक सर्वार्थसिद्धि योग होने से शुभ समय में रक्षासूत्र बाँधने एवं बँधवाने के शुभ मुहूर्त-
प्रातः 07.39 मि. से 09.16 मि. तक (शुभ)
दोप. 12.29 मि. से 02.06 मि. तक (चर)
दोप. 02.07 मि. से 03.43 मि. तक (लाभ)
दोप. 03.44 मि. से 05.20 मि. तक (अमृत)
सांयः 06.56 मि. से रात्रि 08.20 मि. तक (लाभ)
रात्रि 09.43 मि. से 11.06 मि. तक (शुभ)
रक्षासूत्र बंधन मंत्र-
राखी बांधते समय बहनें निम्न मंत्र का उच्चारण करें, इससे भाईयों की आयुष्य में वृद्धि होती है।
येन बद्धो बली राजा, दानवेन्द्रो महाबलः । तेन त्वामभिबध्नामि, रक्षे मा चल मा चल ।।
राखी बांधते समय उपरोक्त मंत्र का उच्चारण करना विशेष शुभ माना जाता है। इस मंत्र में कहा गया है कि (जिस रक्षा डोर से महान शक्तिशाली दानवेंद्र राजा बलि को बांधा गया था, उसी रक्षाबंधन के पवित्र सूत्र को मैं तुम्हें बाँधती हूँ, यह डोर तुम्हारी रक्षा करेगी ।)
ज्योतिर्विद-
पं. गुलशन अग्रवाल
जय महाकाली मंदिर, खजराना
इन्दौर (म.प्र.)
फोन नं. – 9425076405