इंदौर । कोरोना के तेजी से फैलते संक्रमण के चलते इंदौर में ऑक्सीजन की खपत भी लगातार बढ़ती जा रही है ।शहर में ऑक्सीजन की खपत 100 टन से अधिक पहुंच गई है। लेकिन सप्लाई कम हो रही है। ऑक्सीजन की सप्लाई बहाल करने के लिए अधिकारी जुट हुए हैं। पीथमपुर सहित अन्य स्थानीय संयंत्रों को पूरी क्षमता के साथ 24 घंटे ऑक्सीजन उत्पादन के लिए चलाया जा रहा है। भिलाई, जामनगर सहित अन्य स्थानों से भी ऑक्सीजन बुलाई जा रही हैं।

कलेक्टर मनीष सिंह का कहना है कि ऑक्सीजन वेस्ट नहीं जाए, इस पर अस्पताल भी काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये पीक का समय चल रहा है, इससे मिलकर निपटना होगा। उन्होंने बताया कि पीथमपुर में धार प्रशासन लगा है और वहां से भी सिलेंडर भरे जा रहे हैं। प्लांट चालू कराए जा रहे हैं। अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी नहीं हो, इसलिए रविवार को उच्चस्तरीय बैठक हुई। मंत्री तुलसी सिलावट, सांसद शंकर लालवानी सहित प्रशासनिक अधिकारी शहर के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी नहीं आने देने का दावा कर रहे हैं। कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि पांच सौ सिलेंडर की व्यवस्था की गई है, जहां भी ऑक्सीजन की कमी आएगी वहां तुरंत मुहैया करा दी जाएगी। कलेक्टर का कहना है कि उच्चस्तर पर चर्चा के बाद गुजरात से भी ऑक्सीजन के टैंकर आना शुरू हो रहे हैं। सोमवार को रेसीडेंसी कोठी में उच्चस्तरीय बैठक में ऑक्सीजन सहित अन्य व्यवस्थाओं को लेकर चर्चा की गई। ऑक्सीजन की कमी सामने आने पर प्रशासन ने उसकी तलाश शुरू की तो सामने आया कि जिला अस्पताल में 250 सिलेंडर, मैन्युफैक्चर यूनिट्स सहित अन्य जगह से 500 सिलेंडर मिले हैं। कलेक्टर का कहना है कि हमने ऐसे पांच सौ सिलेंडर रिजर्व में रखे हैं, ताकि रात में कमी आते ही वहां भेजा जा सके।