इस माह की 25 मई को सूर्य देव प्रातः 7 बजकर 5 मिनट पर रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और 15 दिनों तक इसी नक्षत्र में स्थित रहेंगे।

रोहिणी नक्षत्र में सूर्यदेव के प्रवेश से नौतपा भी प्रारंभ हो जाएंगे।
नौतपा से आशय सूर्य का नौ दिनों तक अपने सर्वोच्च ताप में होना है
यानि इस दौरान गर्मी अपने चरम पर होती है।
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक चंद्र देव रोहिणी नक्षत्र के स्वामी हैं, जो शीतलता का कारक हैं, परंतु इस समय वे सूर्य के प्रभाव में आ जाते हैं।