चिंता करेगी शिवराज सरकार
बेसहारा परिवारों को पेंशन, निशुल्क राशन, बच्चो को निशुल्क शिक्षा जैसी सुविधाएं देने वाला पहला राज्य बना मध्यप्रदेश
कोरोना महामारी में कई परिवारों को तोड़ कर रख दिया है. कई परिवार ऐसे हैं जिनके बुढ़ापे की लाठी के सहारे छिन गए हैं*
कुछ परिवार ऐसे हैं जिनमें मासूम बच्चे बच्चों के सिर से अपने पालक अपने पिता अभिभावक का साया उठ गया है*
ऐसे बच्चों के सामने अब जीवन यापन की समस्या उठ गई है और इसलिए हमने फैसला किया है
ऐसे बच्चे जिनके परिवार से पिता, अभिभावक का साया उठ गया, घर में कोई कमाने वाला नहीं है, ऐसे परिवारों को 5000 प्रति माह पेंशन दी जाएगी
ताकि बच्चों को जीवन यापन के लिए परेशान ना होना पड़े ऐसे सभी बच्चों के शिक्षा का निशुल्क प्रबंध किया जाएगा ताकि वह अपनी पढ़ाई लिखाई जारी रख सकें
पात्रता ना होने के बावजूद भी ऐसे परिवार को फ्री राशन दिया जाएगा
ताकि भोजन का इंतजाम हो सके पर अगर इन परिवार में कोई सदस्य ऐसा है या पति नहीं रहे तो
हमारी बहन कोई ऐसी है जो काम धंधा करना चाहे तो उनको सरकार की गारंटी पर बिना ब्याज का ऋण काम धंधे के लिए उपलब्ध करवाया जाएगा
ताकि फिर से वह अपना काम धंधा जीवन यापन के लिए प्रारंभ कर सके.
ऐसे दुखी परिवारों को हम बेसहारा नहीं छोड़ सकते,
उनका सहारा हम हैं प्रदेश की सरकार है
ऐसे बच्चों को भी चिंता करने की जरूरत नहीं है, वो प्रदेश के बच्चे हैं, प्रदेश उनकी देखभाल करेगा, प्रदेश उनकी चिंता करेगा,